रील बनाओ लाखो का इनाम पाओ, कैसे जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर..
ग्वालियर मध्यप्रदेश मे अब राज्य सरकार रील बनाने पर युवाओं को पैसा देगा. रील प्रतियोगिता के तहत सरकार युवाओं को दो लाख रुपए तक की […]

ग्वालियर
मध्यप्रदेश मे अब राज्य सरकार रील बनाने पर युवाओं को पैसा देगा. रील प्रतियोगिता के तहत सरकार युवाओं को दो लाख रुपए तक की प्रोत्साहन राशि देगी. दरअसल, राज्य सरकार की तरफ से स्वच्छ एमपी रील प्रतियोगिता की घोषणा की गई है. इसके लिए प्रतिभागियों को 15 अप्रैल तक गांवों में कचरे से जुड़ी जागरूकता पर रील बनाकर सरकार द्वारा निर्धारित लिंक पर अपलोड करनी होगी.
पंचायत एवं ग्रामीण विकास मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने प्रतियोगिता की घोषणा करते हुए कहा कि, प्रदेशभर से प्राप्त रीलों में से सर्वश्रेष्ठ पांच प्रतिभागियों को नकद पुरस्कार दिया जाएगा.
इस अभियान की शुरूआत की है। इसे स्वच्छ एमपी रील प्रतियोगिता नाम दिया गया है। इस कंपटीशन के विषयों और थीम पर रील बनाकर प्रदेशवासी सहभागिता कर सकते हैं। कचरा नहीं यह कंचन है, इसे अलग-अलग करें और पैसा कमाएं की थीम पर रखी गई कंपटीशन की आखिरी तारीख 15 अप्रेल रखी गई है।
30 से 45 सेकंड की एचडी फॉर्मेट रील
इस कंपटीशन के लिए 30 से 45 सेकंड तक का एचडी फॉर्मेट में रील बनानी (पोटे्रट फॉर्मेट) होगी। इसकी भाषा सरल हिंदी, स्थानीय भाषा रखनी होगी। वीडियो रील शेयर करने के लिए अपने वीडियो को फेसबुक / यूट्यूब इंस्टाग्राम पर शेयर करें और उसकी लिंक को एमपी.मायजीओवी.इन पर सबमिट करें। रील में म्यूजिक, टेक्स्ट और विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल किया जा सकता है, लेकिन वह सकारात्मक और सभ्य हो।
स्वच्छता पर बनाएं रील
मंत्री प्रहलाद पटेल ने कहा कि, गांवों में कचरा न फैले, इसके लिए कचरा प्रबंधन पर सभी को साथ मिलकर काम करना होगा. इस उद्देश्य से स्वच्छ एमपी रील प्रतियोगिता शुरू की जा रही है. इस प्रतियोगिता के तहत नौजवान बेटे-बेटियां और अभिभावक स्वच्छता और अच्छी आदतों पर रील बनाकर भेज सकते हैं.
रील बनाने पर मिलेगा इनाम
प्रहलाद पटेल ने कहा इस पहल से न केवल प्रतिभागी आर्थिक पुरस्कार प्राप्त करेंगे, बल्कि समाज को जागरूक करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे. इसलिए सभी से अनुरोध है कि, एक बार कैमरा उठाएं और स्वच्छता के संदेश के साथ रील बनाने के लिए आगे आएं. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छ भारत मिशन की कल्पना की थी. इसी को साकार करने के लिए सरकार ने ‘कचरा नहीं, यह कंचन है’ का संदेश दिया है. यदि कचरे को सही तरीके से अलग किया जाए, तो यह आय का भी स्रोत बन सकता है.
इस लिंक पर करें अपलोड
स्वच्छता के प्रति जागृति संबंधी रील बनाकर https://mp.mygov.in/task/swachh-madhya-pradesh-reel-making-contest… पर रजिस्ट्रेशन कर रील अपलोड करना होगा. इसमें प्रथम पुरस्कार की राशि 2 लाख रुपए है. मंत्री प्रहलाद पटेल से आग्रह किया है कि ‘स्वच्छ भारत मिशन के अंतर्गत ‘स्वच्छ एमपी रील प्रतियोगिता’ में भाग लेकर http://mp.mygov.in पर 15 अप्रैल तक अपलोड करें. बता दें कि पहला पुरस्कार दो लाख रुपए, दूसरा पुरस्कार एक लाख रुपए और तीसरा पुरस्कार 50 हजार रुपए दिलाएगा. इसके अलावा 25-25 हजार रुपए के दो सांत्वना पुरस्कार दिए जाएंगे.
ये रखे गए हैं विषय
प्रदेश के विभिन्न गांव के लिए वेस्ट मैनेजमेंट पर रील्स बनाना है, जिसके मुख्य विषय ये रखे गए हैं।
गीला सूखा कचरा को अलग-अलग रखना एवं उसका उचित निपटान।
कचरे के दोबारा उपयोग पर रील्स।
खुले में कचरा नहीं फेंकना।
ये मिलेंगे पुरस्कार
प्रथम पुरस्कार : 2,00,000 रुपए
द्वितीय पुरस्कार : 1,00,000 रुपए
तृतीय पुरस्कार : 50,000 रुपए
सांत्वना पुरस्कार (2) : 25,000 रुपए (प्रत्येक)
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